बोलती कहानियां: बेटा किसका?

पॉडकास्ट कवर: सादिया सईद

बोलती कहानियां के इस दूसरे एपिसोड में आइए सुनें ‘बेटा किसका?’ कहानी अनीता की ज़ुबानी. और जानें कि इस सवाल पर कैसे वीरमति ने सबकी बोलती बंद की.

बोलती कहानियां में हर बार हम लेकर आते हैं जेंडर पर एक नई रोचक कहानी. निरंतर के पिटारे के साथ-साथ हिन्दी साहित्य के विशाल भंडारे से चुनकर निकाली गई इन कहानियों के कई उपयोग हो सकते हैं. इन्हें जेंडर कार्यशालाओं में सुनाया जा सकता है, जहां गंभीर एवं जटिल विषयों पर बातचीत के लिए ये कहानियां सहायक का काम करती हैं.

इन कहानियों को स्कूली विद्यार्थियों, कम्यूनिटी लाइब्रेरी, यूथ ग्रुप्स, प्रौढ़ शिक्षा केन्द्र, पुरूषों के चर्चा समूहों में भी संबंधित विषयों पर बातचीत के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जो आमतौर पर उनके विमर्श के केन्द्र से बाहर ही रहते हैं.

निरंतर ट्रस्ट ने खुद इन कहानियों का इस्तेमाल फील्ड वर्कशॉप्स में किया है और इनसे वहां कभी गहरी, कभी रोचक और कभी चौका देने वाली चर्चाएं निकलकर सामने आई हैं.

सादिया सईद द थर्ड आई में टेकनिकल हेड और संपादकीय संयोजक हैं.

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