काजल (अंकुर) के लेख

17 साल की काजल दिल्ली के सावदा घेवरा इलाके में रहती हैं और पास ही स्थित गर्वमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ग्यारहवीं कक्षा की छात्रा हैं. वे अंकुर कलेक्टिव की नियमित रियाजकर्ता रही हैं. हंस पत्रिका के ‘घुसपैठिए कॉलम’ में उनकी ‘तेज़ाबे इश्क’ नाम की कहानी प्रकाशित हो चुकी है.

स्कूल के नाम पत्र

प्रिय स्कूल तुम कैसे हो? इन दिनों जब हम स्कूल नहीं आ रहे हैं, क्या तुम अभी भी रोज़ खुल रहे हो? सुना है, आज-कल तुम राशन-घर बन गए हो, कुछ प्रवासी मज़दूर तुम्हारे कमरों में रह रहे हैं. उनका ख्याल रखना. समझना कि यही लोग हमारी कमियों को पूरा कर रहे हैं.

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