ज्ञान की दुनिया, नारीवादी नज़र से

अंक 004 : शिक्षा

अंक 004

शिक्षा

क्या होता है जब हम – नारीवाद और शिक्षा – इन दोनों शब्दों को एकसाथ रखकर इसे देखने की कोशिश करते हैं? किस तरह के सवाल सामने आते हैं? किन ढांचों की नींवें हिलती हुई दिखाई देती है? और कौन सी नई और अद्भुत बातें सामने आती हैं?

‘हिंसा की शब्दावली’ का निर्माण ज़मीनी स्तर पर काम करने वाली एवं अनुभवी केसवर्करों द्वारा किया गया है जो जेंडर आधारित हिंसा से जुड़े मुद्दों पर दशकों से काम करती रही हैं.

जहां हम खोजते हैं सत्ता का हमसेहमारी सोचहमारे अस्तित्वहमारी देह और आत्मीयता से क्या रिश्ता है.

जहां हम राज्य, कानून, जाति, धर्म, अमीरी–गरीबी और परिवार की मिलती बिछड़ती गलियों के बीच से निकलते हैं और उन्हें आंकते हैं.

यहां हम उस अंदाज़ को पेश करते हैं, जिसके ज़रिए विचारों, अनुभवों और दुनिया भर में तरह-तरह के प्रयोग करने की कोशिश की जा रही है.

नारीवादी सोच एक बहुरंगी चश्मा है जो हमारे जीवन के भिन्न और उलझते तारों को देखने में मदद करता है.

हमारा नवीनतम पॉडकास्ट

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  • शहरों, महानगरों में रहते हुए जब हम काम या पढ़ने-लिखने की जगहों, दोस्तों की महफिलों में ये कहते हैं कि, ‘यहां जाति कहां हैं? हम तो किसी तरह का भेद-भाव नहीं करते.’ उस वक्त हम यह भूल जाते हैं कि यहां तक पहुंचने में कौन-कौन मेरे साथ चल रहा था? उनमें किस-किस जाति के लोग[...]

पॉडकास्ट प्लेलिस्ट

केसवर्कर्स डायरी

2 एपिसोड

एकल इन द सिटी

4 एपिसोड

फ से फील्ड, श से शिक्षा

11 एपिसोड

पिछले संस्करण

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