शेरोन मेनेज़ेस के लेख

सेंटर फॉर क्रिमिनोलॉजी एंड जस्टिस (सीसीजे), स्कूल ऑफ सोशल वर्क (एसएसडब्ल्यू), टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत शेरोन मेनेज़ेस, इसी संस्थान की एक परियोजना प्रयास की संयुक्त परियोजना निदेशक भी हैं. यह आलेख उन महिलाओं के जीवन और विचारों पर आधारित है, जिनसे शेरोन अपने पीएच.डी. शोध के दौरान कभी मिली थीं. उन महिलाओं के विचार आज भी शेरोन की समझ को आकार देने में अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं.

दो दुनियाओं के बीच

मैं समझती हूं कि व्यावसायिक यौन शोषण से बाहर निकलने में महिलाओं की मदद की जानी चाहिए. व्यवसायिक यौन शोषण से बाहर निकलना संभव है. अगर हम एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहते हैं जो अपनी औरतों की परवाह करता है, तो व्यावसायिक यौन शोषण को सामान्य नहीं माना जा सकता और न ही ऐसी गतिविधियों को जारी रहने दिया जा सकता है.

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