अंक 005

अपराध

नारीवादी निगाह से

January 2024
अंक 005 : अपराध
जब हमने नारीवादी नज़रिए से अपराध को देखने के बारे मे सोचा तो पहला सवाल यही था कि आखिर इसका मतलब क्या है? अपराध से हम क्या समझते हैं? कौन है जो अपराधी कहलाते हैं? विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ ‘अपराध’ को उजागर करने, उसके उन्मूलन से जुड़े नए कानूनों के निर्माण और प्रभावी रूप से उसके लागू होने को लेकर नारीवादी संघर्ष बहुत लंबा है, ऐसे में उनकी नज़र में ‘अपराध’ का क्या मतलब होता है? क्या अपराध को देखने के नए तरीके भी हैं? और क्या कारावास ही आगे का रास्ता है?

नवीनतम पोस्ट

F-रेटेड इंटरव्यूह के चौथे एपिसोड में हमारे साथ हैं नेहा दीक्षित, जो एक स्वतंत्र पत्रकार हैं और दिल्ली में रहती...
अपराध संस्करण में हम हिंदी की मूल कहानियों के ज़रिए भी अवधारणाओं पर बात करने की कोशिश कर रहे हैं....
F - रेटेड इंटरव्यूह के तीसरे एपिसोड में मिलते हैं निधि सुरेश से जो हमें लखीमपुर और हाथरस ले जाती...
यह लेख सामाजिक कार्य (सोशल वर्क) के क्षेत्र में काम करने वाले उन पेशेवरों एवं छात्रों की बात करता है...
F रेटेड इंटरव्यूह के दूसरे एपिसोड में मिलिए नीतू सिंह से जो एक स्वतंत्र पत्रकार, मीडिया प्रशिक्षक और शेड्स ऑफ...
पुनर्स्थापनात्मक न्याय/ रिस्टोरेटिव जस्टिस के दूसरे हिस्से में पढ़िए ज़मीनी स्तर पर यह कैसे काम करता है और जेल में...
Skip to content