सबा खान के लेख

सबा, भोपाल मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं. चाइल्ड साइकोलॉजी में एम ए और मास्टर ऑफ सोशल वर्क की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे पिछले 13 वर्षों से लड़कियों और महिलाओं के साथ विभिन्न सामाजिक मुद्दों को लेकर अलग-अलग संस्थाओं के साथ काम करती रही हैं. साथ ही स्वतंत्र रूप से भोपाल की 11 अलग-अलग बस्तियों में सावित्री बाई फुले फातिमा शेख ओपन लाइब्रेरी भी संचालित करती हैं.

भोपाल की बस्तियों में शिक्षा की एक नई उम्मीद

दसवीं तक की पढ़ाई पूरी करते-करते सबा को तीन बार स्कूल छोड़ना पड़ा. क्योंकि घरवाले स्कूल फीस जमा करने की स्थिति में नहीं थे. किसी तरह प्राइवेट से दसवीं करने के बाद सबा ने ट्यूशन और डेलिगेट मदरसा में 300 रूपए प्रति माह तनख्वाह पर बच्चों को पढ़ाना शुरू किया.

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