तिलोत्तमा बी. के लेख

तिलोत्तमा बी. का जन्म बांग्लादेश में हुआ है. कला में अपनी गहरी रूचि को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने खुद से पढ़ाई कर अपने को इसमें परांगत किया. वे एक पेशेवर कलाकार हैं और कला की विविध शैलियों में रचनात्मक तरीके से आवाजाही करते हैं. उन्हें कलात्मक पत्रिकाएं बनाना, कॉमिक्स, ग्राफिक के ज़रिए कहानियां कहना बहुत पसंद है. काम के सिलसिले में वे बांग्लादेश और भारत के बीच आना-जाना करते हैं.

सीखने-सिखाने में हमेशा डर क्यों शामिल होता है?

यह कहानी इस विचार का पुरज़ोर प्रतिरोध करती है कि डर के साथ ही सीखना संभव है. ये क्लास-रूम में बैठे उन शिक्षार्थियों की कहानी नहीं कह रही जो किसी नियम को नहीं मानते, बल्कि यह उस क्लास के एक कोने में चुपचाप बैठे उन अंतर्मुखी विद्यार्थियों की कहानी कहती है जो अकेले नहीं हैं.

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