नरेश शाह के लेख

नरेश शाह ओला कंपनी के साथ जुड़कर बतौर ड्राइवर कई सालों से काम कर रहे हैं. वे फरीदाबाद-दिल्ली के बीच अपनी कैब चलाते हैं. द थर्ड आई के लिए उन्होंने पहली बार अपने जीवन के एक दिन को दस्तावेज़ किया है.

सफर का ही था मैं सफर का रहा…

कल रात सोने में देर हुई इसलिए सुबह देर से उठा. दातून करने, नहाने जैसे रोज़ के कामों को निपटा कर एक दो लोगों से फोन पर बात की, एक सेब काटकर नाश्ता किया और तैयार होकर कमरे से बाहर आ गया. बाहर मेरी गाड़ी खड़ी थी. उसपर कपड़ा मारने के बाद अपने काम पर निकल पड़ा.