सामिया खान के लेख

सामिया लेखक एवं शोधकर्ता है. किस्से-कहानियों के प्रति लगाव ने उन्हें अंग्रेज़ी साहित्य में पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से अंग्रेज़ी में बी.ए की पढ़ाई पूरी कर, आंबेडकर विश्वविद्यालय से क्रिएटिव राइटिंग में डिग्री हासिल की. शहरों को जानना, उसकी संस्कृति को समझना और कहानियां कहना सामिया को बहुत पसंद है. वर्तमान में वो द थर्ड आई के साथ सोशल मीडिया मैनेजर और संपादकीय सहायक के रूप में काम कर रही है. बारहमासा हॉट चॉकलेट की वकालत करने के अलावा, उन्हें अपनी अलमारी में खोई हुई पेंसिल या कलर को ढूंढ लेना पसंद है. कविताएं उनकी हमसफर हैं.

AI और महुआ के पेड़ों के बीच – ज्ञान का सवाल?

‘ह्यूमंस इन द लूप’ फिल्म के निर्देशक अरण्य सहाय बातचीत के दौरान हमें AI की निरंतर विकसित होती दुनिया और आदिवासी ज्ञान के बीच की खाई के बारे में बता रहे हैं. “एआई (AI) एक बच्चे की तरह है. अगर हम उसे गलत जानकारी देंगे तो वो गलत ही सीखेगा.” ये ह्यूमंस इन द लूप फिल्म में उसकी मुख्य किरदार नेहमा अपनी सुपरवाइज़र को कहती है.

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