शालोम गौरी के लेख

शालोम गौरी, NLSIU बैंगलौर में QAMRA आर्काइवल प्रोजेक्ट में असिस्टेंट आर्काइविस्ट के बतौर कार्यरत हैं. उनका लेखन पूंजीवाद के परे भविष्य की संभावनाओं पर है.

‘ये सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है’

प्रोफ़ेसर डॉ. रॉबिन लॉ के मुताबिक, 1970 के दशक में आए कुछ महत्तवपूर्ण मार्गदर्शक शोध आलेखों ने पहली बार इस विचार को स्थापित किया कि महिलाओं का सार्वजनिक परिवहन का अनुभव पुरुषों से अलग होता है. प्रो. रॉबिन कहते हैं कि इसके बाद में दो समांतर शोध क्षेत्र उभरे. एक ने डर और यौनिकता पर ध्यान केन्द्रित किया.

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