शिल्पा आनंद के लेख

शिल्पा आनंद विकलांगता अध्ययन पढ़ाती हैं और बिट्स-पिलानी हैदराबाद परिसर में मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं. इसके साथ ही वह भारतीय विकलांगता अध्ययन (डिसएबिलिटी स्टडीज इंडिया) के जीवंत ईमेल सूची के प्रबंधक के रूप में भी काम करती हैं. उन्होंने वेब पत्रिका 'कैफे डिसेंसस' के विकलांगता विशेषांक का सह-संपादन भी किया है.

सक्षमतावाद और मेरिट का जंजाल

‘हमेशा देर कर देता हूं मैं हर काम करने में’ कॉलेज कैम्पस के भीतर ऐसे स्लोगन वाले टी-शर्ट पहने विद्यार्थी आसानी से दिखाई दे जाते हैं. मुझे लगता है कि पिछले कुछ हफ़्तों के दौरान ऐसे स्लोगनस ने मेरे कैम्पस में अच्छी-खासी लोकप्रियता हासिल कर ली है. मेरी नज़र में इसका कारण फाइनल इग्ज़ैम है, जिसका वक्त बहुत नज़दीक आ पहुंचा है.

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