“मैं जेल के भीतर काम करती हूं. मैं जिनके साथ काम करती हूं वे कैदी है. तो मैं कौन हूं?”
रविवार की शाम अक्सर जेल विज़िट की प्लॅनिंग में चली जाती है. जेल में जो हमारे क्लाइंट्स हैं उनके परिवारवालों, वकील या किसी भी और तरह का फॉलो-अप करना है, वो सारा काम रविवार की शाम तक निपटाना होता है क्योंकि सोमवार को जेल जाना है.