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केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 07 – अवधेश गुप्ता
केसवर्कर्स के साथ मुलाकात के इस एपिसोड में मिलिए बांदा, उत्तर-प्रदेश की रहने वाली अवधेश गुप्ता से, जो 1995 से वनांगना संस्था के साथ बतौर केसवर्कर काम कर रही हैं.
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केसवर्कर्स के साथ मुलाकात के इस एपिसोड में मिलिए बांदा, उत्तर-प्रदेश की रहने वाली अवधेश गुप्ता से, जो 1995 से वनांगना संस्था के साथ बतौर केसवर्कर काम कर रही हैं.
केसवर्कर्स से मुलाकात के इस एपिसोड में मिलिए महरौनी, उत्तर-प्रदेश की रहने वाली कुसुम से, जो महरौनी स्थित सहजनी शिक्षा केंद्र के साथ 2008 से काम कर रही हैं.
अपने अनुभवों को साझा करते हुए कुसुम बताती हैं, “एलएलबी तो हमने नहीं की है, इनसे तो हम बहुत दूर हैं लेकिन हमें पता है कि किस केस में किस तरह की धारा लगना चाहिए.”
केसवर्कर्स के साथ मुलाकात के इस एपिसोड में मिलिए राजकुमारी प्रजापति से जो उत्तर-प्रदेश के ललितपुर की रहने वाली हैं. 2008 में जब राजकुमारी सहजनी शिक्षा केंद्र से जुड़ीं तो उस वक्त उनकी उम्र 19 साल थी. वे आवासीय शिक्षण केंद्र में बतौर एक शिक्षिका महिलाओं और किशोरियों को पढ़ाने का काम करती थीं. आगे वे सहजनी के साथ ही महिला हिंसा के मुद्दों पर काम करने लगीं और तब से आजतक एक केसवर्कर की भूमिका में निरंतर सक्रिय हैं.
मिलिए उत्तर-प्रदेश के बांदा ज़िले में स्थित वनांगना संस्था से जुड़ी शबीना मुमताज़ से, जो पिछले 17 सालों से महिला हिंसा से जुड़े मुद्दों पर काम कर रही हैं. खुद आर्थिक, यौनिक और मानसिक यातनाओं को झेल चुकी शबीना कहती हैं, “एक महिला को न्याय मिलना चाहिए. मुझे बहुत खुशी होती है जब मैं किसी महिला को उस दलदल से बाहर निकाल लाती हूं.”
इस एपिसोड में मिलिए उत्तर-प्रदेश के लखनऊ में स्थित सद्भावना ट्रस्ट से जुड़ी हमीदा खातून से. किसी केस से जो भावनात्मक जुड़ाव है वो सबसे पहले एक केसवर्कर करती है.
इस एपिसोड में मिलिए उत्तर-प्रदेश के बांदा ज़िले में स्थित वनांगना संस्था से जुड़ी पुष्पा देवी से, जिनका मानना है कि वे महिला हिंसा पर काम करते हुए केंद्र में महिला को रखती हैं, परिवार को नहीं.
इस एपिसोड में मिलिए उत्तर-प्रदेश के ललितपुर ज़िले में स्थित सहजनी शिक्षा केंद्र से जुड़ी मीना देवी से जो खुद यह समझने की कोशिश कर रही हैं कि कोविड के बाद लोगों की ज़िंदगियों में ऐसे कौन से बदलाव आए हैं जिनकी वजह से महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा लगातार बढ़ती जा रही है.