सेक्सी लोग

क्या कल्पनाओं या फंतासी की भी कोई सही या गलत दिशा होती है?

मैं एकदम देसी, मुस्लिम परिवार में पली-बढ़ी, नई-नई क्वियर हूं, और अब अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी में सेक्स पर शोध करती हूं. और ‘सहमति (कंसेंशुअल)’ बिना सहमति (नॉन-कंसेंशुअल) और ‘एक ही बार विवाह करने की प्रथा (मोनोगैमी) जैसे शब्दों तक मेरी भी पहुंच है. मेरे पास विशेषाधिकार है कि मैं अपनी ‘खतरनाक’ यौन इच्छाओं के बारे में लिख सकूं.

दोस्ती

क्या दोस्ती में भी ‘प्यार’ छुपा होता है?

मुझे याद है जब मैं, सारा के साथ बनारस गई थी. उस वक्त मैं इतनी डरपोक हुआ करती थी. शाम ढलने से पहले रूम पर आ जा जाती. सारा और ईशा कभी रात में अपने दोस्तों के साथ बाहर पार्टी करने निकलती लेकिन मैं उनके साथ नहीं जाती थी. किसी से ज्यादा बात नहीं करती.

दोस्ती_नियम

बहती हवा सी थी वो…

मेरी मम्मी हमेशा उससे बोलती थीं, “मैं सिर्फ तुम्हारी ज़िम्मेदारी में कशिश को भेज रही हूं. उसका ख्याल रखना.” और वो मम्मी से कहती, “आंटी मैं आपसे वादा करती हूं, मेरे होते हुए उसको कुछ नहीं होगा.”

माता पिता का नियंत्रण_फास्ट फूड

क्या बगावत का मज़ा तभी है, जब कोई नियम तोड़ने के लिए हो?

अरूपे कैंटीन में एसिडिटी बढ़ाने वाले ज़िंगर बर्गर और तरह-तरह के रंग-बिरंगे पैकेज्ड फूड मिलते हैं, जो दौड़ते-भागते कॉलेज स्टुडेंट्स की भूख को मिटाने का काम करते हैं. मैं अपने स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा-बहुत सजग रहने की कोशिश करती हूं, खासकर तब जब कोई मुझे देख रहा हो.

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