पूजा पांडे के लेख

पूजा पांडे एक लेखक और संपादक हैं जिन्हें विभिन्न मीडिया आउटलेट्स में काम करने का 17 साल से अधिक अनुभव है. इनमें कला और संस्कृति पर मशहूर पत्रिका फ़र्स्ट सिटी शामिल है, जहां उन्होंने संपादक के रूप में काम किया था. उनकी किताबों में ‘रेड लिपस्टिक’ (पेंगुइन रैनडमहाउस, 2016), ट्रांसजेंडर अधिकार एक्टिविस्ट लक्ष्मी की जीवनी और ‘मॉमस्पीक’ (पेंगुइन रैनडमहाउस, 2020), भारत में मातृत्व के अनुभव पर एक नारीवादी खोज शामिल हैं. अंतरानुभागीय (intersectional) यानी अलग-अलग सामाजिक वर्गों द्वारा किए जाने वाले नारीवादी आंदोलनों के लिए उनका लगाव 2017 में उन्हें खबर लहरिया ले आया. जहां उन्होंने संपादकीय, पहुंच, साझेदारी, से संबंधित विभागों में काम किया. फिलहाल वे, यहां चंबल मीडिया की कार्यनीति प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं.

शहर जैसे आग का दरिया

ये कहानी एक प्रेम कहानी है जिसमें तीन किरदार हैं – एक भाई, एक बहन और एक स्मार्टफोन. और एक की मौत हो जाती है. जिगर मुरादाबादी ने कहा है कि – ये इश्क़ नहीं आसां इतना ही समझ लीजे/एक आग का दरिया है और डूब कर जाना है… ये कहानी भी ऐसे ही एक दरिया की दास्तां हैं.

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