प्रकाश रणसिंह के लेख

प्रकाश रणसिंह पूना में सावित्रीबाई फूले यूनिवर्सिटी से अंगेज़ी साहित्य के छात्र हैं. हाल ही में उन्होंने मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र की सीमा से लगे एक गांव, तोरणमल में एक प्रोजेक्ट पर काम ख़त्म किया है. प्रकाश, हिन्दी और मराठी भाषा में लेखन करते हैं और सप्ताह के अंत में गांव के आस-पास की प्राकृतिक सुन्दरता को कैमरे में क़ैद करना पसंद करते हैं.

तोरणमाल के जंगल से आया एक प्रेमपत्र – 2

तोरणमाल के उत्तर में, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर, सिंदीदिगर गांव है. यह गांव तोरणमाल से 15 किलोमीटर की दूरी पर बसा है. यहां पहुंचने के लिए कई छोटे-बड़े घाटों को पार करना पड़ता है. इन्हीं दो राज्यों की सीमा से होते हुए एक छोटी सी नदी झलकर भी बहती है.

तोरणमाल के जंगल से आया एक प्रेमपत्र -1

महाराष्ट्र के नन्दुरबार ज़िले के पहाड़ी क्षेत्र में बसे जंगलों में घूमते हुए प्रकाश ने वहां के लोगों के साथ जिस जीवन को करीब से देखा और जिसे वहां के रहने वालों के साथ जिया उसे एक ख़ूबसूरत सी चिट्ठी में अपने शब्दों के ज़रिए हमारे सामने जीवंत कर रहे हैं.

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