पटनावाली की दूसरी किस्त में स्वाती हमें मिला रही हैं ‘संस्कारानंद’ से जिनकी तर्क-विद्या से आपके भी होश उड़ जाएंगें. एक ट्रेनिंग के दौरान 16 साल के लड़के से हुई मुलाकात और उसकी परेशानी का कारण जानने के बाद यह कहना अतिश्योक्ति नहीं कि महिलाओं को अपनी पसंद का कपड़ा पहनने, बाल कटवाने या कहीं आने-जाने जैसी छोटी-छोटी आज़ादियों के लिए कई सवालों के जवाब देने पड़ते हैं.
तो सुनिए, संस्कारानंद की परेशानी पर पटनावाली ने क्या जवाब दिया – सुनकर आप भी कहेंगी, ये केवल पटनावाली की कहानी नहीं, हम सभी की कहानी है…पेश है कहानी बलकट्टी-परकट्टी.
निर्माता: सादिया सईद
मेंटर: सुमन परमार
लेखन और आवाज़: स्वाती कश्यप
चित्रांकन: आकृति अग्रवाल