निरंतर रेडियो

विशेष फीचर: गैस पर देख लेना (काम या आराम)

गैस पर देख लेना
काम या आराम? क्या ये सवाल जेंडर आधारित है? मलयालम फिल्म #TheGreatIndianKitchen आजकल बहुत पसंद की जा रही है. हमने जब इसे देखा तो लगा कि क्यों न हम भी आपके साथ रसोई का एक चक्कर लगा ही लें. तो आइए सुनें हमारी रसोई से ताज़ा ताज़ा बनकर निकली ये कहानी.

साल है 2020. मां और बेटी लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर मिल रही हैं. चूल्हे पर रखे दूध में बार-बार उबाल आ रहा है. रसोई का माहौल थोड़ा गर्म, थोड़ा नर्म है और यादों की जैसे झड़ी सी लग गई है.

मां और बेटी लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर मिल रही हैं. रसोई एक ऐसी जगह बन गई है जहां वे एक दूसरे को ऐसे देख पा रही हैं जैसे पहली बार देख रही हों.

बाकी घर में सब वैसा ही चल रहा है, जैसा हमेशा चलता है.

आइए द थर्ड आई के ‘काम’ पर इस संस्करण में सुनें ‘काम या आराम: गैस पर देख लेना’ एपिसोड. जो एक दस्तावेज़ भी है और वृत्तांत भी.

माधुरी को कहानियां सुनाने में मज़ा आता है और वे अपने इस हुनर का इस्तेमाल महिलाओं के विभिन्न समुदायों और पीढ़ियों के बीच संवाद स्थापित करने के माध्यम के रूप में करती हैं. जब वे रिकार्डिंग या साक्षात्कार नहीं कर रही होतीं तब माधुरी को यू ट्यूब चैनल पर अपने कहानियों का अड्डा पर समाज में चल रही बगावत की घटनाओं को ढूंढते और उनका दस्तावेज़ीकरण करते पाया जा सकता है. समाज शास्त्र की छात्रा होने के नाते, वे हमेशा अपने चारों ओर गढ़े गए सामाजिक ढांचों को आलोचनात्मक नज़र से तब तक परखती रहती हैं, जब तक कॉफ़ी पर चर्चा के लिए कोई नहीं टकरा जाता. माधुरी द थर्ड आई में पॉडकास्ट प्रोड्यूसर हैं.
Skip to content