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एपिसोड 1

स्टे होम, कितना सुरक्षित Ep 1: लॉकडाउन के समय जेंडर आधारित हिंसा

लॉकडाउन के समय जेंडर आधारित हिंसा
हमने तालाबंदी के दौरान घरेलू हिंसा बहुत अधिक बढ़ जाने के बारे में सुना है. ‘स्टे होम, कितना सुरक्षित’ के पहले एपिसोड में हम मिल रहे हैं, CEHAT संस्था (मुंबई) की संगीता रेगे और नज़रिया संस्था (दिल्ली) की ऋतुपर्णा बॉरा से. वे हमें बता रही हैं कि कैसे उन्हें रातों-रात एक नया तंत्र विकसित करना पड़ा ताकि वे घर में प्रताड़ित करने वालों के साथ फंसी औरतों और क्वीयर लोगों की सहायता कर सकें.
द थर्ड आई की पाठ्य सामग्री तैयार करने वाले लोगों के समूह में शिक्षाविद, डॉक्यूमेंटरी फ़िल्मकार, कहानीकार जैसे पेशेवर लोग हैं. इन्हें कहानियां लिखने, मौखिक इतिहास जमा करने और ग्रामीण तथा कमज़ोर तबक़ों के लिए संदर्भगत सीखने−सिखाने के तरीकों को विकसित करने का व्यापक अनुभव है.
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