फ से फ़ील्ड, श से शिक्षा: एपिसोड 8 हॉस्टल डायरी – निधी ने आपकी फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली है
‘ये इश्क नहीं आसां इतना ही समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूब के जाना है’. इश्क मजाज़ी, इश्क मजनूंई कुछ भी कह लीजिए, पर जब चाहतें फ्रेंड रिक्वेस्ट की शक्ल में भेजी जाती हैं और कबूल कर ली जाती हैं तो दिल अपनी कुर्सी से उछल पड़ता है.