साल है 2020. मां और बेटी लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर मिल रही हैं. चूल्हे पर रखे दूध में बार-बार उबाल आ रहा है. रसोई का माहौल थोड़ा गर्म, थोड़ा नर्म है और यादों की जैसे झड़ी सी लग गई है.
मां और बेटी लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर मिल रही हैं. रसोई एक ऐसी जगह बन गई है जहां वे एक दूसरे को ऐसे देख पा रही हैं जैसे पहली बार देख रही हों.
बाकी घर में सब वैसा ही चल रहा है, जैसा हमेशा चलता है.
आइए द थर्ड आई के ‘काम’ पर इस संस्करण में सुनें ‘काम या आराम: गैस पर देख लेना’ एपिसोड. जो एक दस्तावेज़ भी है और वृत्तांत भी.