क्या उन तक ऑनलाइन शिक्षा पहुंच पा रही है? क्या छात्र इंटरनेट या उपकरण जुटा पा रहे हैं? शिक्षा के क्षेत्र में इस विकल्प पर उनके क्या विचार हैं? शहरों से मीलों दूर क्या ज़मीनी हक़ीकतें हैं?
‘टीचर टॉक्स’ शृंखला ने ऐसे शिक्षकों से आपको मिलाया जिन्होंने कोविड के समय में छात्रों तक पहुंचने के लिए नए-नए प्रगतिशील तरीके निकाले और ऑनलाइन शिक्षा को लॉकडाउन के दौरान एक सशक्त विकल्प के रूप में उभारा. इस शृंखला पर काम करने के दौरान हमने सोचा क्यों न एक अलग नज़रिए से भी इस शिक्षा को देखें – छात्रों की नज़र से. क्या उन तक ऑनलाइन शिक्षा पहुंच पा रही है? क्या छात्र इंटरनेट या उपकरण जुटा पा रहे हैं? शिक्षा के क्षेत्र में इस विकल्प पर उनके क्या विचार हैं? शहरों से मीलों दूर क्या ज़मीनी हक़ीकतें हैं?
इन सब सवालों के जवाब पाने के लिए निरंतर ट्रस्ट से अनीता ने (प्रतापगढ़ में ग्रामीण विकास सेवा संस्थान और बहराइच में टाटा ट्रस्ट की भागीदारी में) कुछ छात्रों से बात की और उनकी आवाज़ हम तक पहुंचाई, आइये देखें हमने क्या पाया.