जहां हम देश की अलग अलग जगहों के शिक्षकों से मिलते हैं, जो बताते हैं कि वे भाव और शिक्षा शैली के स्तर पर किस तरह कोविड 19 की नई ‘हकीकत’ के साथ बदल रहे हैं. राजस्थान के पिसांगन, अजमेर से शिवजी से मिलिए, जो ‘दूसरा दशक’ के साथ शिक्षक के तौर पर जुड़े हैं. इन्होंने बहुत जल्द पहचाना कि गांव के इलाकों में 4G और स्मार्ट फोन का सपना छोड़ कर कुछ कदम पीछे पेनड्राइव के ज़माने में जाना होगा. इस सीरीज़ को देश के अलग अलग कोने में बैठे शिक्षकों ने बनाया है.
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