जिसमें हम भारत के अलग-अलग राज्यों के शिक्षकों से मिलेंगे और जानेंगे कि कैसे वे इस ‘नए सामान्य’ के अनुरूप अपने आप को और अपने पढ़ने-पढ़ाने के तरीके को ढाल रहे हैं. सबसे पहले हम बात कर रहे हैं पुणे में रहने वाली भाव्या से. जिन्हें यह अहसास हुआ कि उनके विद्यार्थियों का डाटा पैक न होने से कहीं ज़्यादा बड़ी चिंता यह है, कि वे अपने गांव वापस नहीं जाना चाहते. ये प्रवासियों की कहानी का दूसरा पहलू है.
यह भी देखें


केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 07 – अवधेश गुप्ता
July 11, 2024

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 3 – हमीदा खातून
July 20, 2023