तो सबसे पहले, किंक का अर्थ क्या है?
मनोविज्ञान के अनुसार किंक को – “सहमति से किया गया, गैर-पारंपरिक यौन, कामुक और अंतरंग व्यवहार जैसे कि सैडोमैसोचिज़्म, वर्चस्व और अधीनता, कामुक भूमिका निभाना, फेटिशिज़्म और अनुशासन के कामुक रूप” के रूप में परिभाषित किया गया है. यह पाठ्यपुस्तक की परिभाषा है लेकिन सरल शब्दों में, यह किसी व्यक्ति की यौन रुचियों या पसंद को संदर्भित करता है जिसे मुख्यधारा के मानदंडों से बाहर माना जा सकता है.
किंक में यौनिकता को एक समृद्ध, रचनात्मक, और व्यक्तिगत अनुभव माना जाता है और अपनी तरह से ये पैट्रियार्की और सामाजिक वर्जनाओं को चुनौती देने वाले होते हैं. ये सेक्स को केवल ‘प्रजनन’ के कार्य से परे ले जाकर रस, लय और सत्ता की दृष्टि से समझते हैं.
इसमें बंधन, अनुशासन, प्रभुत्व, समर्पण, सैडिज़्म – जहां सहमति के साथ दूसरे को थोड़ा दर्द या परेशानी देकर आनंद आता है, और मासोचिज़्म – जहां कोई व्यक्ति खुद को थोड़ा दर्द या तकलीफ में पाकर आनंद महसूस करता है, लेकिन वो भी खुद से तय किए दायरे के भीतर यानी सत्ता का इस्तेमाल उतना ही जो रोमांच दे पर चोट ना पहुंचाए.
किंक में समर्पण का क्या मतलब है?
इस पॉडकास्ट में हम किंकी कलेक्टिव के सह-संस्थापक ‘सिग’ (छद्म नाम) के साथ बातचीत में किंक और यौनिक आज़ादी के बारे में विस्तार से बात करते हैं. सबसे पहले अपने नाम का मतलब बताते हुए सिग कहते हैैं कि ये अंग्रेज़ी में ‘Submission in Gifted’ का छोटा रूप है. हिंदी में इसका मतलब है – समर्पण एक सौगात है. सिग का कहना है, “मेरा आकर्षण है, मेरी उत्तेजना है कि मैं औरत के प्रति समर्पित हूं. मैं टर्न ऑन ही तब होता हूं जब मैं अपनी पार्टनर को वो सारे सुख दे पाता हूं जो वो चाहती है.
हम बहुत सारे मुखौटे पहनते हैं, सुबह से शाम तक घर में, रिश्तेदारों के बीच, दोस्तों के बीच, काम-धंधे में सभी जगह हम अलग-अलग मुखौटे पहनते हैं. इन सब जगहों पर कहीं भी आप वो नहीं हैं जो असल में आप हैं. आप सिर्फ वो हैं जो सामने वाला देखना चाहता है या फिर आप वैसा बन जाते हैं. किंक ने मुझे सिखाया कि ये मुखौटे आप अटैची में बंद करके रख सकते हो.
सत्ता का खेल हर वक्त चलता रहता है. किसी भी रिश्ते में रूठना-मनाना भी तो एक तरह से ताकत का खेल है. एक रूठता है दूसरा मनाता है. अपनी ताकत को किसी के सामने समर्पित कर देना इसके लिए बहुत ताकत चाहिए. सिग, हमारे साथ बातचीत में समर्पण की समझ को विस्तार से खोलने का काम करते हैं. वो किंक की दुनिया को सिर्फ एक शब्द या चाबुक मारने की सतही समझ से आगे इस दुुनिया के भीतर के भावों में से एक भाव – समर्पण को हमारे लिए आसान बना रहे हैं.
***
F-रेटेड का मतलब फेमिनिस्ट रेटे़ड. 11 साल पहले इसकी बुनियाद फिल्मों में और पूरी फिल्म उद्योग में महिलाओं के लिए बराबरी के दर्जे से हुई थी. फिल्मों के बरास्ते इस नारीवादी नज़रिए को हम पॉडकास्ट में आपके पास लेकर आए हैं. इस शो में आप मिलेंगे अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले अभ्यासकर्ताओं से और नारीवादी नज़र को केंद्र में रखते हुए द थर्ड आई टीम के साथ होगी रोचक, शानदार, जानदार बातचीत.
साक्षात्कारकर्ता:
शबानी हसनवालिया
एपिसोड पॉडकास्ट निर्माता:
जूही जोतवानी
कवर इमेज:
तविशा सिंह
द थर्ड आई की पाठ्य सामग्री तैयार करने वाले लोगों के समूह में शिक्षाविद, डॉक्यूमेंटरी फ़िल्मकार, कहानीकार जैसे पेशेवर लोग हैं. इन्हें कहानियां लिखने, मौखिक इतिहास जमा करने और ग्रामीण तथा कमज़ोर तबक़ों के लिए संदर्भगत सीखने−सिखाने के तरीकों को विकसित करने का व्यापक अनुभव है.