बिहार में अक्सर जब कोई लड़की ब्याह कर ससुराल आती है तो वो जया, सुषमा, अनीता के नाम से नहीं पहचानी जाती बल्कि वो दरभंगा वाली, मुज़फ्फरपुरवाली, बेगूसराय वाली, पटनावाली जैसे नामों से जानी जाती हैं. सिर्फ नाम ही नहीं, कई बार मर्ज़ी से बाहर घूमनेवाली औरतों को परकट्टी, बलकट्टी जैसे नामों से नवाज़ा जाता है. संस्कारों और रीति रिवाजों को न मानने वाली औरतें हमारे समाज में कोई रहस्यमयी गुत्थी की तरह चर्चा का विषय होती हैं.
इन्हीं रहस्यमयी चरित्रों से जुड़े किस्सों और चेमीगोईयों के लिए पटनवाली के साथ बने रहिए.
निर्माता: सादिया सईद
मेंटर: सुमन परमार
लेखन और आवाज़: स्वाती कश्यप
चित्रांकन: आकृति अग्रवाल