निरंतर रेडियो

एपिसोड 8

फुलेसरा बहु की आंख

शादी के एक साल के भीतर ही फुलेसरा के पति की मृत्यु हो जाती है. पति के जाने के बाद जो एक चीज़ उसके साथ होती है वह है- डर. पति के जाने के बाद खूबसूरत आंखों वाली फुलेसरा की बहु को समाज डायन करार दे देता है और वह गांव-समाज से अलग कर दी जाती है. फुलेसरा की बहु की ज़िंदगी क्या मोड़ लेती है? सुनिए बोलती कहानियां का ये विशेष एपिसोड ‘फुलेसरा बहू की आंख’.

इस कहानी के लेखक हैं – ओमप्रकाश कृत्यांश और यह डॉ. कुमुद वियोगी द्वारा संपादित किताब ‘समकालीन दलित कहानियां’ से ली गई है.

प्रोडक्शन द्वारा सादिया सईद

प्रस्तुति द्वारा स्वाती कश्यप

आवरण चित्र: कलाकार बारान इजलाल द्व्रारा द थर्ड आई की ‘डायन हत्या एवं प्रताड़ना’ सीरीज़ के लिए तैयार किए गए चित्र से एक अंश. यह चित्र सिर्फ़ डिजिटल इस्तेमाल के लिए है.

अपराध संस्करण में अन्य सामाग्री के लिए हमारी वेबसाइट पर जाएं.

सादिया सईद द थर्ड आई में टेकनिकल हेड और संपादकीय संयोजक हैं.
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