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एपिसोड 01

फ से फील्ड, इश्श से इश्क: खेल खेल में

बचपन में दोस्तों के बीच खेल-खेल में अचानक से हम कब बड़े हो जाते हैं? वो कौन सा हॉर्मोन है जो अचानक से पूरे शरीर पर तारी हो धड़कनों को किसी बुलेट ट्रेन की तरह तेज़ कर देता है? झारखंड के पाकुर की रहने वाली मैमुना, गणित के प्रत्यक्ष अनुपात के फॉर्मूले की तरह सलीम की धड़कनों को 500 किलोमीटर प्रति मिनट की रफ्तार से तेज़ कर देती है. पर मैमुना ऐसा करती क्या है? जानने के लिए सुनिए कहानी, खेल खेल में.
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‘फ से फ़ील्ड, इश्श से इश्क’ ऑडियो सीरीज़ में प्यार, फंतासियां, चाहतें, गुस्सा, मोहब्बतें – ये सबकुछ है. चाहतों, मज़ा और खतरा के अपने-अपने अनुभव जो देश के कोने-कोने से निकले हैं. ये कहानियां नारीवादी नज़रिए से यौनिकता को देखने की कोशिश कर रही हैं जिसके केंद्र में हमारा अवचेतन है.

एपिसोड लेखक: ज़ेहान

आवाज़: अजफरूल शेख

मेंटर, प्रोड्यूसर एवं एडिटर: माधुरी आडवाणी

म्यूज़िक: QKThr Song by Aphex Twin

चित्रांकन: तवीशा सिंह

‘मज़ा और खतरा’ संस्करण की अन्य रचनाएं देखें

माधुरी को कहानियां सुनाने में मज़ा आता है और वे अपने इस हुनर का इस्तेमाल महिलाओं के विभिन्न समुदायों और पीढ़ियों के बीच संवाद स्थापित करने के माध्यम के रूप में करती हैं. जब वे रिकार्डिंग या साक्षात्कार नहीं कर रही होतीं तब माधुरी को यू ट्यूब चैनल पर अपने कहानियों का अड्डा पर समाज में चल रही बगावत की घटनाओं को ढूंढते और उनका दस्तावेज़ीकरण करते पाया जा सकता है. समाज शास्त्र की छात्रा होने के नाते, वे हमेशा अपने चारों ओर गढ़े गए सामाजिक ढांचों को आलोचनात्मक नज़र से तब तक परखती रहती हैं, जब तक कॉफ़ी पर चर्चा के लिए कोई नहीं टकरा जाता. माधुरी द थर्ड आई में पॉडकास्ट प्रोड्यूसर हैं.
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