निरंतर वीडियो

जहां हम मिलकर वीडियो बनाते हैं, उसे संजोते हैं और सीखने-सिखाने की प्रक्रिया के ज़रिए हिन्दुस्तान के छिपे और अनदेखे पहलुओं को सामने लाते हैं.

एक नदी थी, दोनों किनारे थाम कर बैठी थी

तबस्सुम की एक दोस्त ने उसे नदी के बारे में बताया था. “ नदी के पास पहुंचकर जो पहली चीज़ मैंने देखी वो था कूड़ा. मैंने सोचा अब मैं क्या शूट करूं! पर फिर मैं एक जगह शांति से बैठकर आसपास की हलचलों को देखने लगी, उन्हें महसूस करने लगी.

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 08 – मंजू सोनी

मिलिए मंजू सोनी से जो बांदा, उत्तर-प्रदेश की रहनेवाली है. मंजू, 2000 से वनांगना संस्था के साथ काम कर रही हैं. पिछले पांच साल से वे संस्था में जेंडर आधारित हिंसा के मामलों में सक्रिय रूप से काम कर रही हैं.

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 07 – अवधेश गुप्ता

केसवर्कर्स के साथ मुलाकात के इस एपिसोड में मिलिए बांदा, उत्तर-प्रदेश की रहने वाली अवधेश गुप्ता से, जो 1995 से वनांगना संस्था के साथ बतौर केसवर्कर काम कर रही हैं.

दरस का पेड़

वो कौतूहल ही था जिसने अशरफ हुसैन और अज़फरूल शेख के कदमों को उधर की ओर मोड़ दिया जिधर स्थानीय मदरसा हुआ करता है और जिसके पास से वे अक्सर गुज़रा करते थे, पर अंदर जाने का मौका नहीं मिलता था.

हमारे बीच में

हमारे बीच में, दो महिलाओं के जीवन में जाति की रेखाओं को टटोलने और उसे पर्दे पर उभारने की यात्रा है. जाति पर फिल्म कैसे बनाते हैं? क्या है जो हम दिखा सकते हैं और क्या नहीं? गुस्सा, खीझ, अपमान जैसी भावनाओं को पर्दें पर कैसे दिखाया जाता है?

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 06 – कुसुम

केसवर्कर्स से मुलाकात के इस एपिसोड में मिलिए महरौनी, उत्तर-प्रदेश की रहने वाली कुसुम से, जो महरौनी स्थित सहजनी शिक्षा केंद्र के साथ 2008 से काम कर रही हैं.
अपने अनुभवों को साझा करते हुए कुसुम बताती हैं, “एलएलबी तो हमने नहीं की है, इनसे तो हम बहुत दूर हैं लेकिन हमें पता है कि किस केस में किस तरह की धारा लगना चाहिए.”

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 05 – राजकुमारी प्रजापति

केसवर्कर्स के साथ मुलाकात के इस एपिसोड में मिलिए राजकुमारी प्रजापति से जो उत्तर-प्रदेश के ललितपुर की रहने वाली हैं. 2008 में जब राजकुमारी सहजनी शिक्षा केंद्र से जुड़ीं तो उस वक्त उनकी उम्र 19 साल थी. वे आवासीय शिक्षण केंद्र में बतौर एक शिक्षिका महिलाओं और किशोरियों को पढ़ाने का काम करती थीं. आगे वे सहजनी के साथ ही महिला हिंसा के मुद्दों पर काम करने लगीं और तब से आजतक एक केसवर्कर की भूमिका में निरंतर सक्रिय हैं.

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 4 – शबीना मुमताज़

मिलिए उत्तर-प्रदेश के बांदा ज़िले में स्थित वनांगना संस्था से जुड़ी शबीना मुमताज़ से, जो पिछले 17 सालों से महिला हिंसा से जुड़े मुद्दों पर काम कर रही हैं. खुद आर्थिक, यौनिक और मानसिक यातनाओं को झेल चुकी शबीना कहती हैं, “एक महिला को न्याय मिलना चाहिए. मुझे बहुत खुशी होती है जब मैं किसी महिला को उस दलदल से बाहर निकाल लाती हूं.”

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 3 – हमीदा खातून

इस एपिसोड में मिलिए उत्तर-प्रदेश के लखनऊ में स्थित सद्भावना ट्रस्ट से जुड़ी हमीदा खातून से. किसी केस से जो भावनात्मक जुड़ाव है वो सबसे पहले एक केसवर्कर करती है.

केसवर्कर्स से एक मुलाकात एपिसोड 2 – पुष्पा देवी

इस एपिसोड में मिलिए उत्तर-प्रदेश के बांदा ज़िले में स्थित वनांगना संस्था से जुड़ी पुष्पा देवी से, जिनका मानना है कि वे महिला हिंसा पर काम करते हुए केंद्र में महिला को रखती हैं, परिवार को नहीं.

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