निधि सुरेश एक स्वतंत्र पत्रकार हैं जो पहले न्यूज़लॉन्ड्री और डॉयचे वेले (Deutsche Welle) के लिए रिपोर्ट कर चुकी हैं. एक साल तक कश्मीर में रिपोर्टिंग करने के बाद, उन्होंने यूट्रेक्ट विश्वविद्यालय, नीदरलैंड से संघर्ष अध्ययन और मानवाधिकार (conflict studies and human rights) में पढ़ाई पूरी की. न्यूज़लॉन्ड्री में, उन्होंने जेंडर, अपराध और राजनीति को कवर किया. अक्टूबर 2014 में आयोजित बाथ फ़िल्म फेस्टिवल के दौरान पहली बार एफ (F) रेटिंग की शुरुआत हुई. एफ (F) रेटिंग का मतलब उन फ़िल्मों से है जिसकी निर्देशक महिला हों, या फ़िल्म की लेखक महिला हों और अगर कोई महिला मुख्य किरदार की भूमिका में है तो फ़िर वह कहलाता है गोल्ड रेटिंग, मतलब ट्रिपल एफ (F). दरअसल, एफ (F) रेटिंग की बुनियाद फ़िल्मों में और पूरे फ़िल्म उद्योग में महिलाओं के लिए बराबरी के दर्जे में है.
कल्पना कीजिए एक ऐसी दुनिया जहां नारीवादी नज़रिया सिर्फ़ फ़िल्मों में ही नहीं बल्कि सभी प्रथाओं में केंद्रीय भूमिका में हो? इस कल्पना को साकार करते हुए आज हम इस नारीवादी नज़रिए को पॉडकास्ट के बरास्ते आपके पास लेकर आए हैं. इस शो में आप मिलेंगे अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले अभ्यासकर्ताओं से और नारीवादी नज़र को केंद्र में रखते हुए द थर्ड आई टीम के साथ होंगी रोचक, शानदार, जानदार बातें.
कवर चित्र: तविशा सिंह