नसरीन, द थर्ड आई सिटी संस्करण के ‘ट्रैवल लोग’ लेख का एक हिस्सा हैं. शहर को देखने की हमारी इस यात्रा का एक बड़ा हिस्सा हमारे 13 ट्रैवल लोग हैं जिनके ज़रिए हम भारत के अलग-अलग कोने से शहरों, कस्बों और गांवों के उनके अनुभवों एवं नज़रियों को जानने और समझने की कोशिश कर रहे हैं.
फिलहाल 12 वीं की परीक्षा में मशगूल नसरीन की दुनिया – दिल्ली और कोलकाता- दो महानगरों के बीच में घूम रही है. ट्रैवल राइटिंग फेलोशिप के ज़रिए नसरीन हमारा हाथ पकड़कर हमें अपनी दुनिया में लेकर जाती है.
नसरीन के ‘नक्शा ए मन’ को आकार देने एवं सजीव बनाने का काम कलाकार, कवि सुतनु पाणिग्रही ने किया है. अपने एनिमेशन के ज़रिए सुतनू ने नसरीन के किस्सों में जान डाल दी है.
नसरीन के पहले एपिसोड से एक अंश (पूरा एपिसोड नीचे सुनें), सुतनु की नज़र से.
नसरीन की ख्वाहिशें दुनिया के ओर-छोर को पकड़ लेने की हैं. वो कभी डॉक्टर बनना चाहती है तो कभी फैशन डिज़ाइनर लेकिन घर-परिवार की बंदिशों के बीच जितनी इजाज़त उसे मिलती है वह उतने में ही अपने मन को छोटी-छोटी खुशियों से भरने की कोशिश करती है. इन खुशियों में छत की भूमिका सबसे महत्त्वपूर्ण है.
20 साल की नसरीन, दिल्ली शहर को अपनी छत से देख रही है क्योंकि पूरे शहर में यही वो एक जगह है जो उसे अपनी लगती है, जहां वो कभी भी आ-जा सकती है. जिस महानगर में सांप की तरह तेज़ी से भागती मेट्रो मिनटों में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा देती है, वहीं नसरीन के लिए उसका शहर उसकी पहुंच से बहुत दूर है. उसके कई कोने उसके लिए लगभग अंजान हैं. हां, उसे जामा मस्जिद के बारे में मालूम है क्योंकि वो उसकी छत से दिखाई देती है.
कैसा होता है अपने शहर को इस तरह देखना और समझना? पुरानी दिल्ली की उस छत से उसका क्या रिश्ता है जहां रह-रह कर उसे कोलकाता की याद आती है? कैसा है नसरीन की आंखों में ये शहर-ए-दिल्ली? सुनें खुद नसरीन की ज़ुबानी.
नसरीन के दूसरे एपिसोड से एक अंश (पूरा एपिसोड नीचे सुनें), सुतनु की नज़र से.
छत, दिल्ली और नसरीन के अफसाने के दूसरे एपिसोड में मिलते हैं कोलकाता की छत और एक दोस्त टीना से. ये दोनों नसरीन के लिए शहर को जानने का रास्ता बनती हैं. लेकिन यहां सुकून नहीं है, यहां है तो बस दिल्ली की यादें.
परिवार की बंदिशें और अपनी छोटी-छोटी खुशियों को पूरा करने की ज़िद, इनके बीच नसरीन कोलकाता शहर से एक रिश्ता बनाने की कोशिश लगातार जारी रखती है. उसकी पढ़ाई छुड़वा कर उसकी शादी तय कर दी जाती है और अचानक शहर के साथ उसका रिश्ता बिलकुल ही बदल जाता है. नसरीन एक आज़ाद चिड़िया है जो पिंजरे से निकलने की कोशिश लगातार करती रहती है.
सुनिए छत दिल्ली और नसरीन के अफसाने एपिसोड 2 में कोलकाता के किस्से.