ब्लैक बॉक्स एपिसोड 1: बेबी कांबले
द थर्ड आई प्रस्तुत करती है ब्लैक बॉक्स, एक नई वीडियो शृंखला जो कलाकारों और थिएटर अदाकारों के ज़रिए महिलाओं के लेखन और हाशिए पर खड़ी आवाज़ों को दर्ज करती है.
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सामाजिक, राजनीतिक, बौद्धिक विचार के रूप में काम. इसके इतिहास और विकास की नारीवादी नज़रिए से छानबीन
द थर्ड आई प्रस्तुत करती है ब्लैक बॉक्स, एक नई वीडियो शृंखला जो कलाकारों और थिएटर अदाकारों के ज़रिए महिलाओं के लेखन और हाशिए पर खड़ी आवाज़ों को दर्ज करती है.
शिवम को इंस्टाग्राम पर 16 mm फ़िल्टर मिला जिसे इस्तेमाल करके उन्होने अपनी मां के काम करते छोटे-छोटे वीडियो बनाने शुरू किए, खासकर उनके हाथों के. “मेरी मां हमेशा से ही ऑफिस जा रही हैं. लॉकडाउन पहला ऐसा मौका था जब वे लगातार हमारे साथ थीं.”
देश के 25 लोग हमें बता रहे हैं कि वे कैसा महसूस करते हैं, क्या सोचते हैं, उन्हें क्या ध्यान आता है जब वे इन दो शब्दों को एक साथ सुनते हैं: नारीवादी शिक्षा.
काम या आराम? क्या ये सवाल जेंडर आधारित है? मलयालम फिल्म #TheGreatIndianKitchen आजकल बहुत पसंद की जा रही है. हमने जब इसे देखा तो लगा कि क्यों न हम भी आपके साथ रसोई का एक चक्कर लगा ही लें. तो आइए सुनें हमारी रसोई से ताज़ा ताज़ा बनकर निकली ये कहानी.
खेल की अपनी ही एक अनोखी दुनिया है. यहां हार–जीत, उत्साह-निराशा, गुस्सा-ख़ुशी और तमाम तरह की चालाकियों का स्वागत है. और लक्ष्य सिर्फ एक, अपना सबसे बेहतरीन खेल खेलना.
मैंने एकदम से पीछे सड़क पर देखा, लाल और नीली बत्ती बजाती एक बड़ी जीप हमारी तरफ़ आ रही थी. लोगों में उथल-पुथल मच गई. शोर-शराबे के बीच भागते हुए सभी इधर-उधर बिखर गए.
क्या आपको वह आखिरी फिल्म याद है जिसे आपने देखा था? आपके द्वारा देखी गई वह कौन-सी अंतिम फिल्म थी जिसका निर्देशन किसी महिला ने किया था?
द थर्ड आई पर खबर लहरिया की पूजा पांडे और सुनीता प्रजापती के बीच बातचीत जारी है. जिसमें वे बात कर रही हैं ग्रामीण पत्रकार होने के अनुभव पर.
क्या ऐसा कोई तरीका हो सकता है कि घर बसाने के इस काम से उस जेंडर पहचान को अलग रखा जाए जिसे ये ‘स्वाभाविक रूप से’ बढ़ावा देता लगता है?
सावित्रीबाई फुले के 190th जन्मदिवस पर, आज के भारत की एक युवा लड़की ने उन्हें पत्र लिखा. सावित्रीबाई फुले पहली महिला अध्यापक थीं और भारत में लड़कियों के लिए स्कूल खोलने वाली भी पहली व्यक्ति थीं.