द थर्ड आई टीम के लेख

द थर्ड आई की पाठ्य सामग्री तैयार करने वाले लोगों के समूह में शिक्षाविद, डॉक्यूमेंटरी फ़िल्मकार, कहानीकार जैसे पेशेवर लोग हैं. इन्हें कहानियां लिखने, मौखिक इतिहास जमा करने और ग्रामीण तथा कमज़ोर तबक़ों के लिए संदर्भगत सीखने−सिखाने के तरीकों को विकसित करने का व्यापक अनुभव है.

स्टे होम, कितना सुरक्षित Ep 1: लॉकडाउन के समय जेंडर आधारित हिंसा

हमने तालाबंदी के दौरान घरेलू हिंसा बहुत अधिक बढ़ जाने के बारे में सुना है. ‘स्टे होम, कितना सुरक्षित’ के पहले एपिसोड में हम मिल रहे हैं, CEHAT संस्था (मुंबई) की संगीता रेगे और नज़रिया संस्था (दिल्ली) की ऋतुपर्णा बॉरा से. वे हमें बता रही हैं कि कैसे उन्हें रातों-रात एक नया तंत्र विकसित करना पड़ा ताकि वे घर में प्रताड़ित करने वालों के साथ फंसी औरतों और क्वीयर लोगों की सहायता कर सकें.

निरंतर रेडियो – Your Ear To Ground Realities

आवाज़ की दुनिया जहां कहानियों, विमर्शों, रेडियो निबंध के ज़रिए जेंडर और पितृसत्ता के इर्द-गिर्द ज़मीनी स्तर से लेकर पॉलिसी बदलाव से जुड़ी बातें जन्म लेती हैं. हम ज़मीनी स्तर से आवाजें सुनते हैं जो वॉयस नोट्स और कहानियों के रूप में स्वयं और उनके आस-पास की हर चीज को प्रतिबिंबित करती हैं. हम नारीवादी साहित्य के लिए एक मंच हैं.

मेरा चश्मा, मेरे रूल्स

पीएलडी की मदद से हमारी मुलाकात बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश राज्यों से 18 से 20 साल की 4 लड़कियों से हुई.

Skip to content