जन स्वास्थ्य व्यवस्था सिर्फ़ टीकाकरण या मासिक धर्म के बारे में बात करने जैसी सेवाओं तक सीमित नहीं है बल्कि यह एक सार्वजनिक प्रयत्न है, एक सुंदर, स्वस्थ जीवन की गुणवत्ता को सुरक्षित रखने के प्रति. ये समानता और समता के प्रयासों से भी जुड़ा है, जहां बराबरी के सपने और बदलाव की चाह नारीवादी प्रयासों का आधार हैं. सवाल है, इसका भविष्य क्या है?